उपचार के बारे में बात करते हुए डॉ. अग्रवाल ने कहा, “मरीज को पैंक्रियाटाइटिस और क्रॉनिक किडनी डिजीज के साथ उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी अन्य जटिलताएं थीं, और वे 2023 से डायलिसिस पर थे। मामले की जटिलता को देखते हुए, हमने व्हिपल प्रक्रिया की सिफारिश की — एक विस्तृत सर्जरी जो मुख्य रूप से पैंक्रियाटिक और संबंधित कैंसर के इलाज में उपयोग होती है। इस प्रक्रिया में पैंक्रियाज का हेड, डुओडेनम, बाइल डक्ट का एक हिस्सा, गॉल ब्लैडर और पेट के एक हिस्से को हटाना शामिल है। संभावित लाभ और जोखिमों को समझने के बाद, मरीज ने इस प्रक्रिया के लिए सहमति दी।”
डॉ. अग्रवाल ने आगे बताया, “कठिन पोस्टऑपरेटिव कोर्स के बावजूद, मरीज ने हमारी समर्पित टीम की मदद से उल्लेखनीय सुधार किया। उनकी रिकवरी की, बारीकी से निगरानी की गई और उन्हें ब्लड शुगर लेवल, पाचन और किडनी फंक्शन को मैनेज करने के लिए विशेष रूप से तैयार दवाएं और थैरेपी दी गईं।”
सफल व्हिपल सर्जरी के परिणामस्वरूप, मरीज अब कैंसर मुक्त हैं और अपने परिवार के साथ घर पर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। इस सर्जरी ने न केवल मरीज के कैंसर को समाप्त किया बल्कि उन्हें एक नया जीवन भी प्रदान किया।